विश्व परपल डे पर आयोजित निःशुल्क मृगी रोग निवारक शिविर मे 88 रोगियों ने उठाया लाभ

||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 26-MAR-2024 || अजमेर || श्री प्राज्ञ मृगी रोग निवारक समिति गुलाबपुरा मे माह के चतर्थ मंगलवार 26.03.24 को आयोजित होने वाले मृगी रोग कैंप का शुभारंभ नवकार महामंत्र के जाप से किया गया व गुरु पन्ना,सोहन, के जयकारों से पूरा परिसर गुंजायमान हो गया, शिविर में महात्मा गांधी हॉस्पिटल जयपुर के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर आर के सुरेका की टीम ने जानकारी देते हुवे बताया कि 26 मार्च बैंगनी दिवस यानी Purple Day 2024 मनाया जा रहा हैं। इस दिन को मिर्गी (Epilepsy) के प्रति जागरूकता के लिए मनाया जाता है। बता दें, न्यूरोलॉजिकल रोग दुनिया भर में लगभग 50 मिलियन लोगों को प्रभावित करता है।पर्पल डे का इतिहास पुराना है इसकी स्थापना 2008 में नोवा स्कोटिया, कनाडा की नौ वर्षीय कैसिडी मेगन ने की थी। जिनका संबंध मिर्गी की बीमारी से था तो वही कैसिडी को बहुत छोटी उम्र में ही उन लोगों के संघर्षों के बारे में सीखना पड़ा, जिन्हें तंत्रिका संबंधी विकार के साथ रहना पड़ता है।यहां पर इस बीमारी मिर्गी की बात करे तो मिर्गी एक तंत्रिका संबंधी विकार है जो मस्तिष्क और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे बार-बार दौरे पड़ते हैं जो लंबाई और गंभीरता में भिन्न हो सकते हैं। मिर्गी के चार मुख्य प्रकार होते हैं, प्रत्येक के कई कारण होते हैं, और प्रत्येक के परिणामस्वरूप अलग-अलग स्तर के दौरे पड़ सकते हैं।मिर्गी की यह बीमारी किसी भी उम्र में होती है जो चौथा सबसे आम तंत्रिका संबंधी विकार है। यह अत्यधिक उपचार योग्य भी है, और मिर्गी से पीड़ित 70% लोग केवल दवा की मदद से दौरे से मुक्त हो सकते हैं। मिर्गी के लक्षण शरीर में अकड़न,आंखों के आगे अंधेरा छा जाना,बेहोशी,मुंह से झाग आना,होंठ या जीभ काट लेना,आंखों की पुतलियों का ऊपर की तरफ खिंच जाना अचानक से जमीन पर गिर जाना,दांत भिंचना। इस बीमारी से छुटकारा पाने के लिए ये प्रीकॉशन जरुरी है, जैसे- पर्याप्त नींद भी है जरूरी,संतुलित भोजन,शराब, तंबाकू, सिगरेट से परहेज। आदि सावधानियां बरतने से मिर्गी के दौरों को रोका जा सकता है। धन्यवाद। जयपुर के वरिष्ठ न्यूरो फिजिशियन डॉक्टर आर के सुरेखा की टीम द्वारा 88 मरीजों की जांच कर निशुल्क दवा वितरित की गई। संस्था के मंत्री पदम चंद खटोड़ ने कैम्प के लाभार्थी स्वर्गीय श्रीमती उमराव कंवर संचेती की पुण्य स्मृति में श्रीमान कैलाश चंद,निहाल चंद,ज्ञान चंद,प्रकाश चंद, अशोक कुमार,मुकेश, राकेश,अनिल संचेती परिवार विजयनगर का आभार प्रदर्शित करते हुए संस्थान के कार्यकलापों की जानकारी दी।कोषाध्यक्ष पारस बाबेल ने लाभार्थी परिवार का स्वागत करते हुए नए डेवलपमेंट की जानकारी व सभी का आभार व्यक्त किया। शिविर मे मदन लाल लोढ़ा, सुरेश लोढ़ा, मदन लाल रांका,विपिन मेहता,अतुल चोरडिया, के डी मिश्रा, प्रेम जी पाडलेचा,ममताजी, ज्योति सेठी सहित लोगो ने सेवाएं प्रदान की। शिविर की काउंसलिंग श्री अनिल जी चौधरी एवम योगा के बारे मे विस्तार से समझाया गया।।।।

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