मैगसेसे पुरस्कार विजेता पत्रकार पी साईनाथ का व्याख्यान 3 अक्टूबर को
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 02-OCT-2023
|| अजमेर || अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पत्रकार तथा रेमन मैगसेसे पुरस्कार विजेता पी साईनाथ आज अजमेर में व्याख्यान देंगे। सोफिया गर्ल्स कॉलेज में आयोजित इस व्याख्यान का विषय मेकर्स ऑफ इंडियन इंडिपेंडेंस (भारतीय स्वतंत्रता के निर्माता ) रखा गया है।प्रातः 10.30
बजे इस व्याख्यान में अजमेर के 97 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी शोभाराम गहरवार का सम्मान भी किया जाएगा। सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता कविता श्रीवास्तव भी उपस्थित रहेंगी।
दस दिवसीय गांधी महोत्सव के अंतर्गत आयोजित इस व्याख्यान के विषय में जानकारी देते हुए डा अनंत भटनागर ने बताया कि पी साईनाथ को ग्रामीण तथा जनता के मुद्दों पर पत्रकारिता के लिए दुनिया भर में जाना जाता है।
साईनाथ उन कुछ भारतीयों में से है जिन्होंने पत्रकारिता, साहित्य और रचनात्मक संचार की श्रेणी में २००७ में "रेमन मैगसेसे अवार्ड" पुरस्कार प्राप्त किया। २००९ में "दि इंडियन एक्सप्रेस" द्वारा रामनाथ गोयनका " जर्नलिस्ट ऑफ़ दि इयर" का पुरस्कार मिला।
अपने ३० साल की पत्रकारिता में उन्होंने चालीस (४०) के आस पास राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार और फेलोशिप प्राप्त किए है। २००७ में "रेमन मैगसेसे जर्नलिज्म अवार्ड", १९९४ में यूरोपीय आयोग से नटाली (Natali) पुरस्कार], २००१ में संयुक्त राष्ट्र(UN) ए.फ.ए.ओ से "बोएर्मा जर्नलिज्म प्राइज",२००० में मानवाधिकार पत्रकारिता के लिए "एमनेस्टी इंटरनेशनल ग्लोबल अवार्ड", [PUCL] मानवाधिकार पत्रकारिता पुरस्कार और २००० में पत्रकारिता के क्षेत्र में श्रेष्ठता के लिए बी.डी. गोयनका पुरस्कार भी प्राप्त किया है[ जून २००६ में समाचार पत्र की श्रेणी में साईनाथ ने न्यायाधीशों पुरस्कार और २००५ में "हैरी छपीं मीडिया अवार्ड्स" प्राप्त किया।यह पुरस्कार वि दर्भा और अन्य क्षेत्रों में चल रहे कृषि संकट पर "द हिन्दू" में लिखे गये अपने लेखों के लिये था। हैरी छपीं मीडिया अवार्ड्स उस प्रिंट और इलेक्ट्रोनिक मीडिया के काम को संमान करता है जो भूख और गरीबी की समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करें। इनमें आर्थिक ऊंच-नीच, बेकारी, आवासहीनता, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय नीतियाँ और उनका सुधार, समुदाय अधिकार प्रधान, विकास और खाद्य पैदावार भी सम्मिलित है।
२००९ में "इंडियन एक्सप्रेस" द्वारा रामनाथ गोयनका 'जर्नलिज्म ऑफ़ थे इयर' अवार्ड] प्राप्त किया।
१९८४ में "यूनिवर्सिटी ऑफ़ वेस्टर्न ओंटारियो" में एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय विद्वान और १९८८ में "मास्को यूनिवर्सिटी" में एक अतिथि अध्यापक थे। "आयोवा विश्वविद्यालय" में एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय प्रोफेशनल भी थे। ट्रिनिटी कॉलेज, कनेक्टिकट के पहले मैकगिल (McGill) फैलो और व्याख्याता और यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया, बर्कले में अतिथि अध्यापक थे। उन्होंने यूनेस्को (युनेस्को) द्वारा अंतरराष्ट्रीय संचार पर आयोजित दूसरे और तीसरे "राउंड टेबल" में भाग लिया था।उन्हें श्री राजा-लक्ष्मी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
ये ऐसे एकमात्र पत्रकार है जिनको देश के अन्य प्रतिद्वंद्वी समाचार पत्रों सें पुरस्कार मिला है। दिल्ली के "दि इंडियन एक्सप्रेस" से लेकर कोलकाता के "द स्टेटसमैन" तक सभी ने साईनाथ को सम्मानित किया है। "द टाइम्स ऑफ इंडिया" से फेलोशिप भी प्राप्त की है।
गांधी महोत्सव में आज अंतर विद्यालय गांधी क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में 15 विद्यालयों ने भाग लिया। प्रथम स्थान सेंट स्टीफेंस स्कूल तथा द्वितीय स्थान सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल ने प्राप्त किया। विजेताओं को सोफिया कॉलेज प्राचार्य सिस्टर पर्ल द्वारा पुरस्कृत किया गया।
गांधी महोत्सव परिसंवाद की श्रृंखला में ही आज सम्राट पृथ्वीराज राजकीय महाविद्यालय में श्री पराग मांदले के व्याख्यान का आयोजन भी हुआ।
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