गौ मां संरक्षण महायात्रा का भव्य स्वागत, गौरक्षा का किया आव्हान -- जगतगुरु श्री श्री संतोषी बाबा

||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 22-FEB-2023 || अजमेर || *माँ को गोद लेना है* अभियान के साथ 18 फरवरी को सोनीपत (हरियाणा) से जगतगुरु श्री श्री संतोषी बाबा जी के सानिध्य में प्रारम्भ हुई महायात्रा के अजमेर आगमन पर प्रमुख समाजसेवी महानुभावो, गौ भक्तों, विभिन्न गौशालाओं व अग्रवाल समाज की कई संस्थाओं के पदाधिकारियों ने जिला परिषद के बाहर भव्य स्वागत किया। श्री अग्रोहा बंधु पश्चिम क्षेत्र संस्था के सचिव पूर्व पार्षद महेंद्र जैन मित्तल व अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन के जिला महामंत्री पूर्व पार्षद शैलेंद्र अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि गौ माता की रक्षा व गौ संरक्षण के उद्देश्य को लेकर 18 फरवरी को सोनीपत से प्रारंभ हुई यह यात्रा हरियाणा व राजस्थान के विभिन्न स्थानों से होते हुए अजमेर पहुंची, यह महायात्रा हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश व उत्तर प्रदेश के कईं शहरों में लगभग एक महीने तक भ्रमण कर 27000 किलोमीटर की दूरी तय करेगी तथा यात्रा के प्रथम चरण का विश्राम वृन्दावन में होगा। इस अवसर पर जगतगुरु श्री श्री संतोषी बाबा जी ने कहा कि जब तक हम इस दुनिया में रहते हैं तब तक गौमाता से हमें दूध, दही, घी, मक्खन इत्यादि प्राप्त होता रहता है लेकिन यह बहुत ही दुःख की बात है कि हमें जन्म देने वाली अपनी माता से भी श्रेष्ठ गौमाता की आज दुर्दशा हो रही है। भूख की मारी गौमाता कचरा और प्लास्टिक खा रही है, बीमार, भूखी प्यासी, तड़पती रहती है पर हम लोग उन पर जरा भी ध्यान नही देते हैं। उन्होंने आव्हान किया कि सफल जीवन, स्वस्थ जीवन जीने के लिए गौ सेवा आवश्यक है। प्रातः काल उठने के उपरांत सबसे पहले गौमाता को स्मरण करके उनको नमन कीजिये, उनकी आरती कीजिये, प्रार्थना कीजिये और भोजन करने से पहले एक रोटी गौ ग्रास की निकालिए, यदि हम रोज एक रोटी गौ माता के नाम से निकालेंगे और गौ माता को देंगे तो हम देखेंगे कि हमारे जीवन में कितना बड़ा परिवर्तन आएगा यह सिर्फ कोरी कल्पना मात्र नही है बल्कि आदि काल से ऋषि मुनियों द्वारा भी इसका प्रयोग होता रहा है। हमारे सभी रुके हुए काम, शारीरिक दुःख गृह क्लेश आदि कई समस्याओं से हमें जल्द ही राहत मिल जायेगी। जगतगुरु श्री श्री संतोषी बाबा जी ने आव्हान किया कि हम सब मिलकर संकल्प लें कि खाने से पहले एक रोटी गौ माता के नाम की और सोने से पहले एक ईंट गौ माता के नाम की निकालें और यह हमारी दी हुई रोटी गौमाता का चारा होगा और दी हुई ईंट गौ माता की छत होगी आश्रय होगा। इस महा यात्रा में श्री श्री संतोषी बाबा जी के साथ अनेक साधु संतों व गौभक्तों तथा बाबाजी के अनुयायियों का काफिला भी साथ चल रहा है। अजमेर आगमन पर पूर्व पार्षद महेंद्र जैन मित्तल, पूर्व पार्षद शैलेंद्र अग्रवाल, विश्व हिंदु परिषद के एडवोकेट शशि प्रकाश इंदोरिया व लेखराज सिंह राठौड़, नगर निगम के उप महापौर नीरज जैन, समाजसेवी सुभाष काबरा, आनंद प्रकाश अरोड़ा, लायन हनुमान दयाल बसंल, श्रीमती उषा बंसल, लायन सुनीता राजेंद्र ठाड़ा, अग्रोहा बंधु पश्चिम क्षेत्र संस्था के अध्यक्ष डॉ विष्णु चौधरी, अग्रवाल समाज अजमेर के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, संरक्षक कैलाशचंद अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजकुमार गर्ग, कोषाध्यक्ष दिनेश प्रणामी, सचिव राजेंद्र अग्रवाल, सुरेश अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद मित्तल, प्रदीप अग्रवाल, अग्रवाल सेवा संस्था अध्यक्ष प्रदीप बंसल, सचिव संदीप बंसल, श्री पुष्कर गौ आदि पशुशाला के सचिव संजय अत्तार, नवनीत प्रणामी, श्री सीता गौशाला व्यवस्थापक मनोज सिंहल, नसीराबाद गौशाला के मणिकांत शर्मा, पूर्व पार्षद सुरेश गोयल, एडवोकेट अजय गोयल, लायन नरेश ऐरन, अग्रवाल पंचायत निसबरियान धड़े के सचिव संदीप गोयल, वरिष्ठ समाजसेवी रामचरण बंसल, अगम प्रसाद मित्तल, कमल किशोर गर्ग, लक्ष्मी नारायण हटूका, पार्षद अशोक मुद्गल व सुरेंद्र चौधरी सहित अनेक गौ भक्तों व समाज सेवी बंधुओं ने महाराज जी व उनके साथ आये हुए साधु संतों का शॉल औढाकर, माल्यार्पण कर व पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। अजमेर से यात्रा ब्यावर के लिए प्रस्थान कर गयी।

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