डींडवाडा ग्राम के रा. बालिका उ. मा. विद्यालय मे आप नेता त्रिवेन्द्र पाठक व कैलाश दान बारैठ ने की शिरकत

||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 16-JAN-2023 || अजमेर || अजमेर जिले के डींडवाडा ग्राम के राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विधालय के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में आप नेता त्रिवेन्द्र पाठक, कैलाश दान बारहठ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। विधालय के प्रधानाध्यापक फझल मोहम्मद जी ने श्री त्रिवेन्द्र पाठक जी कैलाशदान बारैठ साहब का माला पहनाकर तथा विजय सिंह गौड साहब ने साफा बंधवाकर स्वागत किया। ऋषिदत्त शर्मा जी को पी टी आई जी ने माला व साफा पहनाया। कार्यक्रम में पूर्व प्रधान हनुमान भादू तथा राजकीय उच्च माध्यमिक विधालय डींडवाडा के प्रधानाचार्य शिवजीराम कुम्हार भी विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। त्रिवेन्द्र पाठक जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि विधालय प्रशासन का आभार की आपने हमें बुलाकर जो सम्मान दिया उसके लिए मैं आपका हार्दिक आभारी हूं आज शिक्षा का जो स्तर है राजस्थान में वो किसी से छिपा हुआ नहीं है, जब हम विधालय में पढते थे तब जो शिक्षा का स्तर था वो आपके शिक्षकों से छिपा हुआ नहीं है लेकिन आज सरकारों द्वारा जो शिक्षा का निजीकरण किया गया है एक बिना अनुबन्ध के वो किसी से छिपा हुआ नहीं है। आज लोग यदि अपने बच्चों को निजि विधालयों में अध्ययन के लिए भेज रहें हैं तो उसका एक मात्र कारण है कि सरकारों ने अपनी शिक्षा व्यवस्था में मांग के अनुसार न तो सुविधाएं दी और ना ही सुधार किया। शिक्षा बजट पर भी यहां की सरकारों ने इतने समय में कोई ठीक प्रकार से बढोतरी की ही नहीं है। लेकिन उसके बाद भी इस विधालय में इतनी बालिकाएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं इसका पूरा श्रेय आपके शिक्षकों को जाता है। शिक्षक एक युग का निर्माण करते हैं। आचार्य चाणक्य ने कहा था कि *"प्रलय और निर्माण शिक्षक की गोद में पलते हैं।"* पाठक ने कहा कि इसलिए शिक्षकों का सम्मान विधार्थियों के भविष्य के लिए अत्यावश्यक है, उनके विचार समय समय पर सरकारों को लेने चाहिए तथा उन पर अमल भी करना चाहिए आज यदि हम दिल्ली की बात यहां करें या पंजाब की बात करें तो सरकार बनने के बाद ही पंजाब सरकार ने अध्यापकों को नियमित करने के साथ ही एक अहम फैसला लिया गया कि अब से शिक्षकों को पढाई के अतिरिक्त और किसी कार्य में नही लगाया जाएगा, जबकि राजस्थान में आज भी इसका बिल्कुल उलट हो रहा है, शिक्षकों से शिक्षा के अतरिक्त बहुत से कार्य लिए जाते हैं, जैसे जनगणना, बी एल ओ, काॅरोना या अन्य समय समय पर जो भी कार्य सरकार के पास आते हैं उन्हे सबसे पहले वही दिया जाता है शिक्षा का स्थान द्वितीय कर दिया गया है ऐसे में शिक्षक अपने अध्यापन कार्य को किस प्रकार पूर्ण करते हैं ये किसी से छिपा नहीं है दिल्ली के सरकारी स्कूलों का स्तर और शिक्षा माॅडल किसी से छिपा नहीं है। आज हमारी सरकार दिल्ली में जो शिक्षा दे रही है उसकी गूंज पूरे भारत में सुनाई दे रही है। अरविन्द केजरीवाल जी बाबा साहब अम्बेडकर जी के उस सपने को पूरा करने की दौड में हैं जहां हर गरीब और पिछडी जाति का बच्चा भी अधिकारी और उच्च जाति के बच्चों के साथ खडा होकर एक नए भारत के निर्माण में खडा हो सके। शिक्षा हर बच्चे का अधिकार है चाहे वो किसी भी जाति या वर्ग का है पाठक ने संबोधित करते हुए कहा कि इसी कड़ी में मैं आज यहां उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों के सामने ये घोषणा कर रहा हूं कि इस विधालय में कक्षा 8 में उपस्थित छात्राओं में प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली छात्राओं को मेरी ओर से क्रमशः 1100, 501, 251 रूपये नकद प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इसी के साथ ही यदि 2023 में आम आदमी पार्टी की राजस्थान में सरकार बनती है तो मैं एक वादा कर सकता हूं जो शिक्षा नीति हमारी दिल्ली व पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने लागू की है वही शिक्षा नीति हम राजस्थान में लागू करेंगे आप सभी ने यहां बुलाकर जो हमें सम्मान दिया उसके लिए हम हृदय से आपके आभारी रहेंगे। कैलाश दान बारैठ ने कहा कि वास्तव में प्रत्येक व्यक्ति के लिए जीवन में शिक्षक होना अति आवश्यक है क्योंकि जो शिक्षित है वह सब को एक नजर से देखता है वह गरीब अमीर, जात-पात, ऊंच-नीच, छोटा बड़ा, सभी को एक समान और श्रेष्ठ व्यवहार करता है जिस तरह फलों से लदे वर्षों को हमने देखा है जिस पेड़ पर जितने अधिक फल लगे रहते हैं वह पेड़ उतना ही अधिक झुका रहता है बस यही हाल है हम मानव जाति मैं भी है जिसके पास जितना ज्ञान होता है वह उतना ही विनम्र होगा । तथा कैलाश बारैठ ने विद्यालय की छात्राओं को जूते वितरित किए‌।

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