छावनी अधिशासी अधिकारी के स्थानांतरण की मांग को लेकर लोकसभा अध्यक्ष से मिलेंगे गदिया
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 15-NOV-2022
|| नसीराबाद || नसीराबाद छावनी परिषद नसीराबाद के सिविल एरिया मनोनीत सदस्य सुशील कुमार गदिया आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलकर नसीराबाद छावनी अधिशासी अधिकारी उमेश पारीक के खिलाफ शिकायत कर उनके स्थानांतरण की मांग करेंगे । वे आज प्रातः 10 बजे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से मुलाकात करेंगे और छावनी अधिशाषी अधिकारी के गलत आचरण एवम उनकी हठधर्मिता की शिकायत करते हुए उनके स्थानांतरण की मांग करेंगे । मनोनीत सदस्य गदिया ने बताया कि नसीराबाद छावनी परिषद में विगत 1 वर्ष से मुख्य अधिशासी अधिकारी के रूप में उमेश पारित काम कर रहे हैं परंतु उनका आचरण प्रारंभ से ही कर्मचारियों, जनप्रतिनिधियों व जनता के साथ उग्र, झगड़ालू एवं बदतमीजी पूर्ण रहा है जिस कारण छावनी कर्मचारी, समस्त जनप्रतिनिधि एवं जनता इनके व्यवहार व आचरण से बहुत त्रस्त है । गदिया ने बताया कि कोई भी व्यक्ति अपनी पीड़ा या कागज लेकर जब इनके पास शिकायत करने के लिए जाता है तो वह या तो से मिलते नहीं और यदि वह व्यक्ति प्रयास कर मिल भी लेता है तो अधिशासी अधिकारी उससे बदतमीजी पूर्ण व्यवहार करते हैं और लड़ाई झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं और उसके संपत्तियों का नाप चौक करवाना, पानी के कनेक्शन को काट देना, बेवजह चालान बनाना आदि कृत्य कर उस व्यक्ति एवं उसके परिवार को मानसिक रूप से परेशान कर देते हैं । गदिया ने यह भी आरोप लगाया है कि जब से उमेश पारीक ने पदभार ग्रहण किया नसीराबाद छावनी परिषद के विकास कार्य अवरुद्ध पड़े हैं जबकि अजमेर जिला सांसद भागीरथ चौधरी द्वारा कई बार आकर आश्वस्त किया गया कि सिविल एरिया के विकास के लिए जितना भी कोष आवश्यक होगा राज्य सरकार मुहैया करवाएगी । लेकिन इसके बावजूद भी उमेश पारीक द्वारा जिला सांसद भागीरथ चौधरी को बिजली पानी नालियां फॉर शादी मूलभूत विकास के लिए कोर्स आवंटित करवाने हेतु कोई पत्राचार नहीं किया गया इतना ही नहीं कई माह तक शहर के मुख्य मार्ग व मोहल्ले अंधेरे में डूबे रहे, जगह-जगह गंदगी का ढेर लगा रहा साथ ही नालियां भी सड़ती रही, कई क्षेत्रों में फर्श में नालियां टूटी पड़ी रही परंतु अधिशासी अधिकारी उमेश पाठक द्वारा इनको ठीक करवाने एवं जनता की समस्याओं की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया । उमेश पारीक की तानाशाही इतनी अधिक है कि राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त के दिन ध्वजारोहण के निश्चित समय से लगभग 50 मिनट की देरी से पहुंचे और जब उपस्थित लोगों ने उनसे देरी से आने का कारण पूछा तो वे उनसे ऊंची आवाज में बात करते हुए अनर्गल बोलते रहे इतना ही नही प्रतिमाह बोर्ड मीटिंग आहूत किया जाना नियमों में है परंतु अधिशासी अधिकारी 3 से 4 महीने तक बोर्ड की बैठक आहूत नहीं करते तथा जब मजबूरी होती है तभी वह बोर्ड बैठक बुलाते हैं जिसके कारण विकास कार्यों के मामले लंबित हो जाता है और आम जनता त्रस्त रहती है और बोर्ड बैठक में वेरीड बोर्ड मेंबर द्वारा रखे गए प्रस्तावों को जानबूझकर शामिल नहीं किया जाता । अधिशासी अधिकारी उमेश पारीक के उक्त व्यवहार और आचरण से तथा उनकी कार्यशैली से समस्त जनता और कार्यकर्ता भी घोर निराशा परेशान हैं इसलिए इनका स्थानांतरण कराया जाना अत्यंत आवश्यक है जिससे नसीराबाद के विकास कार्य अवरुद्ध ना हो तथा यहां की जनता में केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी व आक्रोश भी समाप्त हो जाए ।
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