राजगढ़ धाम पर गुरूपूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया

||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 13-JULY-2022 || अजमेर || ग्राम राजगढ स्थित श्री मसाणिया भैरव धाम पर 13 जुलाई को गुरूपूर्णिमा महोत्सव बड़े ही धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ बाबा भैरव व माँ कालिका के जयकारों के बीच मनाया गया। पंडित सत्येन्द्र शर्मा व पंड़ित राधेश्याम शर्मा द्वारा गुरूपूर्णिमा महोत्सव ‘सेन रत्न’ चम्पालाल महाराज के गुरूचरण पादुका प्रक्षालन एवं पादुका वन्दन के कार्यक्रम से शुभारम्भ किया गया तत्पश्चात माँ कालिका व बाबा भैरव की महाआरती हुई। महोत्सव में हजारो श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव, माँ कालिका के दर्शन कर सर्वधर्म मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा कर विशेश चमत्कारी चिमटी प्राप्त की। *सत्य के मार्ग पर स्वयं चलकर दूसरों को मार्ग दिखाए वही है सतगुरू - चम्पालाल महाराज* गुरूपूर्णिमा महोत्सव के शुभ अवसर पर चम्पालाल ने आने वाले समस्त श्रृद्धालुओं से गुरूपूर्णिमा के अवसर पर आए हुए श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि गुरूपूर्णिमा अपने सद्गुरू की आराधना का दिवस है। सदगुरू वो है जो सत्य का मार्ग दिखाकर उस पर चलना सिखाए। राजगढ़ धाम एकमात्र ऐसा धाम है जहाँ पर किसी भी प्रकार का दान, चन्दा, चढावा, गुप्तदान, पूजा सामग्री आदि स्वीकार नही किया जाता इसलिये गुरूपूर्णिमा पर भी किसी भी प्रकार की भेट स्वीकार नही की गई। आने वाले भक्तो को पूजन करने के लिये पुष्प व पूजा सामग्री भी श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ चेरिटेबिल ट्रस्ट द्वारा व्यवस्था करवाई गई। *नगाडा वादक नाथूलाल सोलंकी एण्ड़ पार्टी ने दी प्रस्तुति* राजस्थान के गौरव पुष्कर के रहने वाले नगाडा वादक नाथूलाल सोलंकी ने देश के साथ-साथ विदेशों में भी अपनी कला का प्रदर्शन कर राजस्थान के साथ अपने देश का नाम भी रोशन किया है। टीम के द्वारा नगाडों की धुन पर बाबा भैरव व मां कालिका के मधुर भजनों की प्रस्तुतियां दी जिसे सुनकर श्रद्धालु मंत्रमुग्ध होकर नाचने लगे। नाथूलाल ने बताया की पिछले कई सालो से राजगढ़ धाम पर आने का सोच रहे थे पर काई योग ही नही बना ,गुरूपूर्णिमा के इस शुभ अवसर पर धाम पर आने का संजोग बना तो अपनी तीन पीढीयो के साथ आना हो गया। मंदिर कमेठी की और से नाथूलाल सोलंकी व उनकी पूरी टीम का स्वागत सत्कार किया गया। *अद्भुत चमत्कारी चिमटी का हुआ वितरण, चिमटी लेने के लिए लगी लंबी कतारें* प्रवक्ता अविनाश सेन ने बताया कि राजगढ़ में गुरूपूर्णिमा महोत्सव में देश-प्रदेश के श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला रविवारीय मेले से ही हो गया था। श्रद्धालु मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा करने व विशेष चिमटी प्राप्त करने के लिए लम्बी कतारों में खड़े हो गए। श्रद्वालुओं ने चम्पालाल महाराज के दर्शन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त कर मसाणिया भैरव एवं कालका माता के दर्शन कर मनोकामनापूर्ण स्तम्भ की परिक्रमा लगाते हुए मनोकामनापूर्ण होने की प्रार्थना कर विशेष चिमटी प्राप्त की। सेन ने बताया कि गुरूपूर्णिमा महोत्सव का समापन भैरव भक्त मण्डल के सदस्य तथा आए हुए श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य चम्पालाल महाराज की महाआरती के साथ हुआ। इस शुभ अवसर पर पंजाब से आए हुए श्रद्धालुओं ने बाबा भैरव व माँ कालिका के श्री चरणों में अपने आराध्य गुरूदेव चम्पालाल महाराज का गुरू पूजन कर ,पंजाबी पगड़ी पहनाकर व कृपाण अर्पित की। धाम पर गुरूपूर्णिमा महोत्सव में आए हुए सभी श्रद्धालुओं के लिए श्री मसाणिया भैरव धाम राजगढ़ चेरिटेबिल ट्रस्ट द्वारा भण्डारा किया गया।

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