पुष्कर में श्रद्धालुओं द्वारा दिए गए यात्री कर को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है :विधायक रावत

||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 01-SEP-2021 || अजमेर || रिपोर्ट हीरालाल नील--------------------------------------------------------------------------------------------------- पुष्कर के उदास सुरेश सिंह रावत ने जानकारी देते हुए बताया कि मेरे पत्र कमांक 3100 दि.3.9.21 द्वारा मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार से पुष्कर शहर में आने वाले श्रद्धालुओं से लिया जाने वाला यात्री कर बंद करने की मांग के संबंध में स्थिति स्पष्ट करना चाहूंगा कि, किसी साजिश के तहत तीर्थनगरी में मेरे द्वारा लिखे गये पत्र को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा हैं कि मुझे तीर्थ पुरोहितों की आय की एवं रोजगार की कोई चिंता नहीं, तो मैं बताना चाहूंगा कि, पिछले 08 वर्षों में पर्यटन एवं रोजगार बढ़ाने के लिए जो मैने प्रयास किये वे आज तक नही हुए, जो मैं आगे भी निरन्तर करते रहने के लिए प्रतिबद्ध हूँ। विगत भाजपा कार्यकाल में जनता का आशीर्वाद पाकर राजस्थान विधानसभा जयपुर में जगतपिता ब्रह्माजी के पवित्र क्षेत्र पुष्कर का प्रतिनिधित्व करने के लिए विधायक बनने के पश्चात पूरे विधानसभा क्षेत्र पुष्कर में विकास एवं जनकल्याण के ऐतिहासिक कार्य करवायें। इसी के तहत पुष्कर शहर में चाहे केन्द्र सरकार की हृदय योजना हो, प्रसाद योजना हो अथवा राज्य सरकार के विभिन्न विभागो की योजनाएं हो इन योजनाओं पवित्र पुष्कर सरोवर के घाटों का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यकरण करवाया गया। ब्रह्मा मंदिर में भव्य एंट्रीप्लाजा का निर्माण करावाया, सरोवर में गंदे पानी की रोकथाम हेतु 2 सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्वीकृत कराये, पूरे पुष्कर शहर में जगह-जगह सौंदर्यवर्धक घूमटिया, पत्थर व कलाकृतियां लगवाई गई, शहर की मुख्य सड़को का सौंदर्यकरण करवाया एवं मजबूती प्रदान की, पुष्कर शहर के सौंदर्य को निखारे हेतु रंग-रोगन करवाया गया, पुष्कर शहर को स्वच्छ व निर्मल बनाये रखने हेतु भूमि गत कचरा पात्र पूरे शहर में स्थापित करवाये गए, सावित्री माता मंदिर पर रोप-वे की स्थापना करवाई, सावित्री माता पहाडी पर पानी की टंकी की स्थापना करवाई, सावित्री माता मंदिर के प्रवेश स्थान व प्रवेश द्वार का भव्य सौंदर्यकरण करवाया गया, सावित्री माता पहाडी की सीढ़ियों को मजबूती प्रदान कर भव्य सौदर्यवर्धक बनाया गया, श्री सेन महाराज पैनोरमा की स्थापना करवाई गई, पुष्कर शहर में प्रवेश करने से पूर्व घाटी में महाराणा प्रताप स्मारक की स्थापना करवाई गई, घाटी से उतरते ही हर्बल गार्डन की स्थापना कराई गई, बायलॉजिकल पार्क स्वीकृत कराया गया, पुष्कर शहर में प्रवेश करने वाली सभी मुख्य सड़कों का नवनिर्माण, चौडाईकरण व सौंदर्यकरण करवाया गया. शहर को सुंदरता प्रदान करने हेतु विद्युत पोल व केवल हटवा कर भूमि गत केबल योजना प्रगतिरत. प्रतिवर्ष सैक्रेड फेस्टिवल आयोजन जैसे कार्य करवाये । सभी जानते हैं कि पुष्कर शहर के महत्व को कई गुणा बढ़ा देने वाले ये कार्य तीर्थनगर में 60 वर्षों में पहली बार हुऐ हैं, जिनसे पुष्कर नगरी की भव्यता एवं सौंदर्यता में कई गुणा वृद्धि हुई है, इसके कारण ही हमारे पुष्कर शहर में श्रद्धालुओं एवं पर्यटको की संख्या में भी अकल्पनीय वृद्धि हुई हैं। उपरोक्त कार्यो को देखकर तो कोई भी बता सकता हैं कि श्रद्धालुओं एवं पर्यटको की संख्या में दिनोंदिन वृद्धि होने से रोजगार बढ़े, जिसका फायदा हमारे तीर्थ पुरोहितों को भी हुआ हैं। मेरे विधायक काल में उपरोक्त विकास कार्यों से हमारे पुरोहितों की आय में अप्रत्याशित इजाफा हुआ हैं, जिनसे हमारे पुरोहित सामाजिक,‌ पारिवारिक एवं आर्थिक सुदृढ हुए हैं। *"कुछ तो लोग कहेंगे, लोगों का काम हैं कहना"* – जिनके पास कुछ करने को नहीं होता वे केवल जनता को गुमराह करने के लिए नित नये शगुफे छोडते रहते हैं। उन लोगो से कहना चाहूंगा कि, पुष्कर शहर हम सभी की आत्मा हैं, इसके विकास में सहयोग ना कर सको तो इसके महत्व को कम करने वाले कार्य करके खुद को पाप का भागी तो मत बनाओं। कल लिखे गए पत्र से केवल यात्री कर बंद करने की मांग की हैं, न कि पार्किंग चार्ज और चुंगी नाका हटाने की। इसके साथ ही नगर पालिका के हालात दुरूस्त करने के लिए यात्री कर को बंद करके सरकार से नगर पालिका को पुष्कर विकास हेतु राशि उपलब्ध कराने की व्यवस्था करने की भी मांग की गई, जिसे लेकर शहर में मिथ्या भ्रांति फैलाई जाने का निष्प्रभावी प्रयास किया जा रहा हैं। लेकिन फिर भी यदि यात्री कर को बंद करने से पुरोहितो की आय एवं शहर के विकास में बाधा उत्पन्न होने जैसा प्रतीत होता है तो शहरवासियों की राय सम्मत आगे की कार्रवाई की जाएगी। मैंने जन भावनाओं और जन सहमति के बाद ही कार्यो को प्रगति देने को सदैव प्राथमिकता प्रदान की है। इसके साथ ही पुष्करवासियों के आग्रह हैं कि, लोगो के‌ छोडे गये झूठे शगुफों में ना आये। ऐसे लोग तीर्थनगरी का, पुरोहितों का या किसी का विकास नहीं चाहते, इन्हें सिर्फ हमारी तीर्थनगरी में पिछले 08 सालों से स्थापित की गई शांति व एकता रास नहीं आ रही। इनका मकसद हमारे शहर की शांति और एकता खंडित करना ही प्रतीत होता हैं, जो आपके आशीर्वाद और सहयोग से मेरे रहते अपने नापाक उद्धेश्य में कभी सफल नहीं हो पायेगे। सजग रहे, एक रहे और संगठित रहें।

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