ज्योति विकास समिति द्वारा साउंड संचालकों को दी गई रसद सामग्री

||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 05-AUG-2021 || अजमेर || रिपोर्ट हीरालाल नील--------------------------------------------------------------------------------------------------- ज्योति विकास समिति के सहयोग से आज कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए सुभाष नगर स्थित रॉयल पैराडाइज गार्डन पर 78 परिवार साउंड संचालकों को राशन किट वितरित किए। अजमेर 5 अगस्त2021 पिछले लगभग कई महीनों से कोरोना काल मे शादी वह मांगलिक कार्यों में सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों से शादी व अन्य मांगलिक कार्यक्रम के कार्यक्रम बन्द होने के कारण। बुधवार को परिवार संचालन के लिए रसद सामग्री का वितरण किया गया। ज्योति विकास समिति के डायरेक्टर रोबिन मार्शल ने बताया कि साउंड से संबंधित जो भी मजदूर हैं वह शादी मांगलिक कार्यों में साउंड लगाकर अपनी आजीविका चलाते हैं लेकिन कोरोनावायरस के चलते ना तो अभी शादियां हो रही है नाही कोई बड़े फंक्शन हो रहे हैं। इसी कारण पिछले कई महीने से रोजगार बन्द होन के कारण आय का साधन नही रहा है इसलिए उनका परिवार संचालन के लिए रसद सामग्री प्रदान करके सहयोग किया गया। लोकेश मिश्रा ने बताया की एक किट में दस किलो आटा,दस किलो चावल,दो किलो दाल, ,एक लिटर तेल, एककिलो शक्कर,,नमक,सेनेटाईजर का किट,मास्क, सेनेटरी पैड सहित 10 सामान प्रदान किये जा रहे है।इस अवसर पर रोबिन मार्शल और लोकेश मिश्रा ने बताया कि अब आगे जो भी भजन मंडली वाले वह ऑर्केस्ट्रा वाले परिवार हैं उनका भी रोजगार बंद है अब अगली बार उन्हें राशन किट दिया जाएगा। अब तक ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में 3200 लोगो के किट वितरित किये जा चुके है । और संस्था द्वारा तीसरी लहर की तैयारी के तहत हॉस्पिटलों में भी पी पी किट, ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, दवाइयां, मास्क, हाथों के क्लब्स इत्यादि भी दी जा रही है।

Comments

Popular posts from this blog

क़ुरैश कॉन्फ्रेंस रजिस्टर्ड क़ुरैश समाज भारत की अखिल भारतीय संस्था द्वारा जोधपुर में अतिरिक्त जिला कलेक्टर दीप्ति शर्मा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौप कर सूरसागर में आये दिन होने वाले सम्प्रदायिक दंगों से हमेशा के लिये राहत दिलाने की मांग की गई है।

सीनियर सिटीजन यदि हर आधे घंटे में अपना स्थान बदलें और हाथ पैर चला लें तो ऑपरेशन की आवश्यकता ही नहीं रहेगी

अंजुमन यादगार चिश्तिया शेखजादगान की जानिब से एडवोकेट सैयद मजाहिर चिश्ती का इस्तकबाल किया