हरियाली अमावस्या पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती है : रावत

||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 08-AUG-2021 || अजमेर || रिपोर्ट हीरालाल नील----------------------------------------------------------------------------------------- _विधायक सुरेश सिंह रावत ने हरियाली अमावस्या के पावन अवसर पर पवित्र पुष्कर सरोवर की पूजा अर्चना कर एवं श्री निंबार्क पीठ में श्रीजी महाराज का आशीर्वाद प्राप्त कर धर्म लाभ कमाया।_ _इस मौके पर विधायक रावत के साथ अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी भी थे।_ रावत ने बताया कि, श्रावण अमावस्या के दिन स्नान और दान के अलावा भी महत्वपूर्ण कार्य किए जाते हैं। इस दिन पितरों की आत्मा की शांति के लिए दान, पूजा पाठ, ब्रह्मणों को भोजन आदि कराना चाहिए। हरियाली अमावस्या के दिन पेड़ की पूजा की जाती है। इस दिन विशेष रुप से पीपल और तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं। पीपल के पेड़ में त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु और महेश का वास माना जाता है। पूजा के बाद एक पेड़ लगाने का भी विधान है। प्रत्येक वर्ष हरियाली अमावस्या पर एक पेड़ लगाना चाहिए। हरियाली अमावस्या के ​दिन विशेष तौर पर आम, आंवला, पीपल, बरगद और नीम के पौधे लगाने चाहिए। हरियाली अमावस्या पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती है। अपने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए वृक्षों को बचाएं और पृथ्वी को हरा भरा रखें। इसी के साथ विधायक रावत ने ग्राम तित्यारी, नरवर सहित गांवों का दौरा कर ग्रामीणों की बिजली, पानी, सड़क शिक्षा आदि की समस्याएं सुनी और समस्याओं के निराकरण हेतु तत्काल अधिकारियों को निर्देशित किया।

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