#AJMER_NEWS अजमेर साहित्य मंच एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद अजमेर के संयुक्त तत्वाधान में ऑन लाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन

 ||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 11-JULY-2020
|| अजमेर || अजमेर साहित्य मंच एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद अजमेर के संयुक्त तत्वाधान में एक ऑनलाइन कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। काव्य गोष्ठी में अजमेर के  कवि एवं कवयित्रियों ने विभिन्न विषयों पर अपनी रचनाएं प्रस्तुत  की। कार्यक्रम का संचालन व्यंग्यकार प्रदीप गुप्ता द्वारा किया गया। काव्य गोष्ठी का आगाज जगदीप कोर द्वारा कविता  संभल जा हे मानव कहता यह संदेश है द्वारा किया गया। उसके पश्चात सुधा मित्तल द्वारा  मेरे अपने जो बिछड़ गए,  वरिष्ठ कवयित्री डा नीलिमा तिग्गा द्वारा  यह तो जीवन चक्र है प्यारे, पौराणिक साहित्यकार देवदत्त शर्मा द्वारा गुरु बिन ज्ञान नहीं ज्ञान बिन  आन नहीं , नलिनी उपाध्याय  द्वारा पर्वत  यदि गुरु तो नदी है शिष्या , कुलदीप रत्नु द्वारा गुरु राष्ट्र है गुरु ही भारत माता है , वरिष्ठ साहित्यकार उमेश चौरसिया द्वारा अध्यात्म शक्ति से विश्व विजय हो सदैव भारत की जय हो , डॉ विनीता जैन द्वारा जीवन के सभी वंदनीय गुरुओं को प्रणाम एवं वक्त ही तो है सिकंदर, व्यंगकार प्रदीप गुप्ता द्वारा हमारी सबसे पहली गुरु है मां, गंगाधर शर्मा हिंदुस्तान द्वारा गुरु चरणों की धूली को मस्तक से आज लगाएं एवं विनीता बाड़मेर द्वारा मुझे रोने का कोई हक नहीं है मैं पुरुष हूं आदि रचनाएं  प्रस्तुत की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता पौराणिक साहित्यकार देवदत्त शर्मा  द्वारा की गई।
अंत में अखिल भारतीय साहित्य परिषद के महासचिव कुलदीप रत्नू एवं अजमेर साहित्य मंच के संयोजक प्रदीप गुप्ता द्वारा सभी का आभार प्रकट किया गया।


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