साहित्यकार राजेश भटनागर द्वारा रचित गजल
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 23-JUNE-2020 || अजमेर || साहित्यकार राजेश भटनागर द्वारा रचित गजल
गजल
न चुप रह के यूँ दे सज़ा मेरे दोस्त
तेरे दिल में क्या है बता मेरे दोस्त।
मुहब्बत के बदले मुहब्बत मिले
मिली पर न मुझको वफा मेरे दोस्त।
लिखा जो है क़िस्मत में होगा वही
किसी की न इस में ख़ता मेरे दोस्त।
कहा तुमने जब भी झुकाया है सर
किया मैंने क्या है बुरा मेरे दोस्त।
तुम्हीं को है पूजा है चाहा तुम्हें
न गर्दन पे रख तू छुरा मेरे दोस्त ।
(122-122-122--121/12)
© राजेश कुमार भटनागर
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