राष्ट्रीय ऑन लाईन काव्य गोष्ठी का आयोजन
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 12-MAY-2020
|| अजमेर || अजमेर साहित्य मंच के तत्वावधान में संयोजक प्रदीप गुप्ता द्वारा हास्य व्यंग पर आधारित एक राष्ट्रीय ऑन लाईन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया ।जिसमें अजमेर और देश के विभिन्न शहरों के साथ साथ देश के बाहर के कवियों ने भी भाग लिया ।गोष्ठी दो दिन चली ।
कार्यक्रम का आगाज़ काजल खत्री ने व्यंग्य रचना पड़ोस वाली चाची से किया ।उसके बाद मीना सोनी से प्रकट भयो नंदलाल, गंगाधर शर्मा ने एक ओर है दुपट्टा ,चेतना उपाध्याय ने पराई होती हैं बेटियां,पौराणिक साहित्यकार देव दत्त शर्मा ने तुलसी का हास्य , फतह गढ़ के कवि विष्णु द्विवेदी ने आदेश हिमालय चढ़ने दो ,सुमन शर्मा ने लॉक डाउन में प्रेम ,बीकानेर के कवि कैलाश टांक ने मेरा पड़ोसी है नादान ,डा विनीता अशित जैन ने नई भोर के स्वागत में , लंदन (यू के) के कवि आशीष मिश्रा ने घर का मालिक घर पर है , व्यंग्यकार प्रदीप गुप्ता ने एक दिन मुझे मिल गया भ्रष्टाचार, गजलकार डा बृजेश माथुर ने क्या से क्या हो गया ,वरिष्ठ साहित्यकार उमेश चौरसिया ने कैसे दिन आ गए ,अलवर की गजलकार सीमा विजयवर्गीय ने जूठे बेरों में प्रेम ही प्रेम है , बाल साहित्यकार गोविंद भारद्वाज ने उनके तरकश में तीर बहुत हैं,कुलदीप रत्नू ने समाज को जो स्वास्थ्य बिगाड़े, राजेश भटनागर ने में हूं मिस्टर जोगी, बीकानेर के कवि बाबूलाल छंगानी ने सलाम सेवादार , रजनीश मेसी ने आदम और हव्वा,सुधा मित्तल ने आओ स्नेह अमृत बरसाए , जगदीप कौर ने लॉक डाउन और मेरा अनुभव ,विनीता बाडमेरा ने आस बंधाती याद तेरी ,नलिनी उपाध्याय ने आओ प्रार्थना करें, पुष्पा शर्मा ने आशा की डोर, रंजना माथुर ने शहादत को ना भुलाया जायेगा एवं पूर्णिमा शर्मा ने वक्त बड़ा बलवान आदि रचनाएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन प्रदीप गुप्ता द्वारा किया गया ।
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