अजमेर साहित्य मंच द्वारा राष्ट्रीय ऑन लाइन काव्य गोष्ठी का आयोजन ।
||PAYAM E RAJASTHAN NEWS|| 17-APR-2020
|| अजमेर || अजमेर साहित्य मंच के तत्वावधान में संयोजक प्रदीप गुप्ता द्वारा एक और राष्ट्रीय ऑन लाईन काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । जिसमें अजमेर एवं देश के अन्य शहरों के साहित्यकारों ने भाग लिया । कार्यक्रम का आगाज़ युवा कवयित्री अमन अन्जान ने कभी मेरा भी मन करता है कि मैं तू हो जाऊ कविता से किया । उसके बाद काजल खत्री ने तुम डटे रहना प्रहरी , डा विनीता जैन ने ऑन लाइन गोष्ठियों कि आयी बहार , बाल साहित्यकार गोविंद भारद्वाज ने बुरा है दौर दुनिया का , वरिष्ठ साहित्यकार उमेश चौरसिया ने प्यार पूजा है इबादत है , भरतपुर के गीतकार गौरव दुबे ने हार फिर से आज खुशियां दे रही ,ग़ज़लकार डा बृजेश माथुर ने लौटकर गुजरे जमाने आ गये , व्यंग्यकार प्रदीप गुप्ता ने राजनैतिक विसंगति पर व्यंग्य मैं विधायक हूँ , कथाकार राजेश भटनागर ने कर लिये हैं ईश्वर ने दरवाजे बंद , फतेहगढ़ के कवि विष्णु द्विवेदी ने मृत्यु लांघ रही पगफेरा , वरिष्ठ ग़ज़लकार गोपाल गर्ग ने वर्षों साथ रहे लोगों की आपस में पहचान नही , कवयित्री सुमन शर्मा ने वो मुझको चाहता बहुत है , रजनीश मेसी ने तेरी निगाहों सी जहाँ में नज़र नही , विनीता बाडमेरा ने सन्नाटों की डगर खामोश शहर , पौराणिक साहित्यकार देव दत्त शर्मा ने कोरोना जी भागते बनो जी , लखनऊ के कवि राजेश कुमार ने हौसला बनाये रखो जी , बाडमेर के कवि जितेंद्र ने नई कविता , वरिष्ठ साहित्यकार कुलदीप रतनू ने जीत भारत की निश्चित हो गई , जगदीप कौर ने आज जो इनबॉक्स में झांका , वरिष्ठ कवयित्री पुष्पा शर्मा ने साधकर टूटे स्वरों को, सुधा मित्तल ने कोरोना से जंग लड़ेंगे , डा नीलिमा तिग्गा ने पायल की आवाज से खनके शब्द , पूर्णिमा शर्मा ने दिल से दर्द का पुराना रिश्ता , रंजना माथुर ने सकल विश्व पर कोरोना की कलुषित छाया , डा चेतना उपाध्याय ने स्त्री तुम कौन हो , डा ध्वनि मिश्रा ने खोये सुख मिल जाते हैं , नलिनी उपाध्याय ने हो चला मेरा बचपन एवं मीना सोनी ने प्रकृति का प्रतिकार आदि रचनाऐं प्रस्तुत की । कार्यक्रम का संचालन व्यंग्यकार प्रदीप गुप्ता द्वारा किया गया ।
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